
जावेद अख्तर ने कहा कि लोगों को महिला सशक्तिकरण के बारे में पता नहीं है, वह केवल इसे गलत तरीके से पेश कर रहे हैं। लोग फेमिनिज्म को गलत समझ रहे हैं।
जावेद अख्तर अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं और कई बार उनकी बातों पर बवाल भी हो जाता है। एक बार फिर वह अपने बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने दिवंगत फिल्म डायरेक्टर और प्रोड्यूसर यशराज चोपड़ा की फिल्म को लेकर कुछ ऐसा कहा है जो शायद कुछ लोगों को बुरा लग सकता है। उन्होंने शाहरुख खान, अनुष्का शर्मा और कटरीना कैफ स्टारर फिल्म ‘जब तक हैं जान’ के डायलॉग का जिक्र करते हुए काफी कुछ कहा है।
जावेद अख्तर ने हाल ही में ‘बी ए मैन’ पॉडकास्ट में दिल खोलकर बात की। उन्होंने रणबीर कपूर की फिल्म ‘एनिमल’ को लेकर भी बहुत सी बातें की और फिल्मों में जिस तरीके के डायलॉग इस्तेमाल होते हैं उनपर भी बात की। जावेद अख्तर ने यशराज चोपड़ा की फिल्म ‘जब तक है जान’ के उस डायलॉग का जिक्र किया, जिसमें हीरोइन कहती है “मैं दुनिया में जितनी भी नेशनलिटिज हैं। हर राष्ट्रीयता के हर एक आदमी के लड़के के साथ सोने के बाद ही शादी करूंगी।”
इस डायलॉग के बारे में बात करते हुए जावेद अख्तर ने कहा, “अरे भाई तू इतनी मेहनत क्यों करेगी? तू सशक्त है? तू मॉर्डन है? तू कूल है? ये क्या फॉरवर्ड थिंकिंग हैं। मान जाते है न…इतनी मेहनत करने की जरूरत नहीं है तुमको, बहुत नेशनलिटिज हैं दुनिया में उस चक्कर में मत पड़ो।” अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए जावेद अख्तर ने इस डायलॉग को फालतू बताया, जिसका कोई मतलब नहीं है। उनके मुताबिक इस फिल्म में फेमिनिज्म को गलत तरीके से पेश किया गया है।