
सोनीपत, हरियाणा – एक दुःखद घाटना में, हरियाणा के सोनीपत जिले में एक क्रेन ड्राइवर ने फोन पर व्यस्त रहते हुए एक 16 वर्ष के किशोर को कुचल दिया। यह घाटना मंगलवार सुबह घटी जब यह किशोर सड़क पार कर रहा था। घाटना के बाद स्थानों में काफी रोश देखा गया और परिवार ने न्याय की मांग की।
घटना का विचरण
पुलिस के अनुसर, ये दुर्घटना सोनीपत के कुंडली क्षेत्र में हुई। मरने वाला किशोर, जिसका नाम आर्यन था, स्कूल जाने के लिए अपने घर से निकला था। जब वह सड़क पार कर रहा था, तभी एक तेज़ रफ़्तार क्रेन ने उसे टक्कर मार दी। गवाहों के मुताबिक, क्रेन ड्राइवर के फोन पर किसी से बात कर रहा था और उसका ध्यान सड़क पर बिल्कुल नहीं था।
टकराव इतना भयावह था कि आर्यन को मौके पर ही गंभीर चोट आई। टूरेंट सिविल हॉस्पिटल सोनीपत ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरन ने एमआरटी घोषिट कर दिया। घाटना के बाद, क्रेन ड्राइवर ने भागे की कोशिश की, लेकिन स्थानीय लोगों ने उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।
परिवार का विलाप और न्याय की मांग
आर्यन के परिवार का कहना है कि उनका बेटा हमेशा समय पर स्कूल जाता था और कभी किसी के साथ कुछ उल्टा सीधा नहीं करता था। उसकी मौत ने पूरे परिवार को तोड़ दिया है। आर्यन की माँ का कहना था, “हमारा बेटा तो चल गया, लेकिन हम चाहते हैं कि ड्राइवर को हमेशा साज़ा मिले। जब ड्राइवर सड़क पर गाड़ी चला रहा था तो उसके फोन पर बात करने का क्या हक है?”
पुलिस की कार्यवाही
सोनीपत पुलिस ने क्रेन ड्राइवर को गिरफ़्तार कर लिया है। उसका नाम रामकुमार (35) बताया जा रहा है, जो उत्तर प्रदेश के बिजनौर का निवासी है। पुलिस ने हमें पर लापरवाही से गाड़ी चलाने, लापरवाही से मौत का कारण बनने और मोटर वाहन अधिनियम के तहत कई धाराएं लगाई हैं। डीएसपी राजीव मेहता ने बताया, “ड्राइवर ने अपनी गलती कबूल की है। उसने कहा कि वह अपने परिवार से बात कर रहा था जब यह घाटना हुआ। हम सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आगे की जांच कर रहे हैं।”
स्थानीय लोगों का विरोध
दुर्घटना के तूरंत बाद स्थानिया लोगन ने रोड पर जाम लगा कर विरोध किया। उनका कहना था कि ऐसे भारी वाहनों के लिए अलग से ट्रैक होना चाहिए, और ड्राइवरों के लिए नियम लगाए जाने चाहिए। कुछ लोगों ने यह भी मांगा कि स्कूल में स्पीड ब्रेकर और ट्रैफिक पुलिस की समस्या हो।
अंतिम संस्कार और शोक
आर्यन का अंतिम संस्कार उसके गांव में किया गया, जहां पूरी बस्ती ने शोक प्रकट किया। स्कूल के शिक्षक और सहपाठी भी शव यात्रा में शामिल हुए। सभी ने आर्यन को एक शांत, विनम्र और तेज छात्र के रूप में याद किया।
ये घाटना एक बार फिर साबित करती है कि मोबाइल का उपयोग ड्राइव करते समय, क्या तक ख़तरनाक हो सकता है। अधिकारियों से यह उम्मीद की जा रही है कि वो ऐसे मामलों में कदम उठा कर किसी भी दुर्घटना को रोकें।