
भारतीय दल में इस बार 117 खिलाड़ी शामिल थे। इस बार यह उम्मीद की जा रही थी कि भारत मेडल में दहाई का आंकड़ा पार करेगा।
पेरिस ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ी लगभग आधा सफर तय कर चुके हैं। 7 दिन में भारत के नाम तीन मेडल हैं। भारतीय खिलाड़ी अब भी दहाई के आंकड़े से सात मेडल दूर हैं। एक अगस्त को भारत की मेडल की कई बड़ी उम्मीदें टूटीं जिसके बाद यह लक्ष्य और ओझल सा होता हुआ नजर आ रहा है। हालांकि अब भी कई ऐसे खिलाड़ी है जो भारत को इस बार 10 के पार ले जा सकते हैं।
निशांत देव – भारतीय युवा बॉक्सर निशांत देव ओलंपिक मेडल से अब केवल एक ही जीत दूर हैं। शनिवार देर रात को मैक्सिको के मार्को वार्डे के खिलाफ रिंग में उतरेंगे। अगर निशांत देव यह एक जीत हासिल करते हैं तो उनका कम से कम ब्रॉन्ज मेडल पक्का हो जाएगा।
भारतीय हॉकी टीम – भारतीय हॉकी टीम क्वार्टर फाइनल में पहुंच चुकी है। टीम को अब ग्रेट ब्रिटेन का सामना करना है। टोक्यो ओलंपिक में भारत ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हराकर सेमीफाइनल में पहुंचा था। भारतीय टीम का हौसला ऑस्ट्रेलिया को हराने के बाद काफी बढ़ा है। टीम अगर सेमीफाइनल में पहुंच जाती है तो उसके पास एक मेडल मैच खेलने का मौका होगा।
लवलिना बोरगोहेन – भारत की ओलंपिक बॉक्सर लवलिना भी मेडल से अब केवल एक जीत दूर हैं। वह रविवार को अपना क्वार्टर फाइनल मैच खेलने उतरेंगी। इस मुकाबले में उनका सामना चीन की लि कियान से होने वाला है। कियान इस कैटेगरी की टॉप सीड हैं। हालांकि अगर लवलिना अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाती हैं तो वह मेडल पक्का कर सकती हैं।
नीरज चोपड़ा – भारत के जैवलिन थ्रो खिलाड़ी नीरज चोपड़ा देश की मेडल की सबसे बड़ी उम्मीद हैं। नीरज की नजर अपने गोल्ड के बचाव पर है। बीते दो सालों में नीरज वर्ल्ड चैंपियन बन चुके हैं और डायमंड लीग भी जीत चुके हैं। उनसे मेडल की बहुत उम्मीदें हैं।
अंतिम पंघाल – भारत की युवा रेसलर अंतिम पंघाल भी मेडल की प्रबल दावेदार हैं। उन्होंने बीते साल अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियनशिप जीती थी। वहीं इसके बाद साल सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी ब्रॉन्ज मेडल जीता। अंतिम को 53 किलोग्राम की वेट कैटेगरी में चौथी सीड मिली है। अंतिम पंघाल के हाफ में एशियन चैंपियन अकारी फुजीनामी और और यूरोपियन चैंपियन एम्मा मालग्रेन नहीं होंगी जिनसे वह बीते साल हारी हैं।
मीराबाई चानू – भारत की ओलंपिक मेडलिस्ट मीराबाई चानू से भी मेडल की उम्मीद है। उन्होंने बीते साल टोक्यो में भारत के मेडल का खाता खोला था। हालांकि इस वेटलिफ्टिंग का इवेंट आखिरी के दिनों में रखा गया है। मीराबाई चोट से वापसी कर रही हैं और अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए तैयार हैं।
लक्ष्य सेन – भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन से भी भारत को मेडल की काफी उम्मीदें हैं। लक्ष्य सेन जोनाथन क्रिस्टी, एच प्रणॉय और चेन टेन जैसे खिलाड़ियों को हराकर सेमीफाइनल में पहुंचे हैं। अब उनके पास मेडल जीतने का बड़ा मौका है।