
Risk Free Scheme : जो निवेशक बाजार में बिना रिस्क लिए अपनी जमा पूंजी को निवेश कर बेहतर रिटर्न चाहते हैं, उनके बीच फिक्स्ड डिपॉजिट की ही तरह नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट बेहद पॉपुलर है। इस पर ब्याज दर आकर्षक है और निवेश के जरिए महंगाई दर को मात दे सकते हैं।
National Savings Certificate : जो निवेशक बाजार में बिना रिस्क लिए अपनी जमा पूंजी को निवेश कर बेहतर रिटर्न चाहते हैं, उनके बीच फिक्स्ड डिपॉजिट की ही तरह नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) बेहद पॉपुलर है। इसके अलावा टैक्स सीजन में भी बहुत से लोगों को इस गारंटीड रिटर्न देने वाली सरकारी स्कीम में निवेश करते हुए देखा जा सकता है, जहां इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत एक साल में 1.50 लाख रुपये तक निवेश पर टैक्स छूट का बेनेफिट मिलता है। 5 साल मैच्योरिटी वाली यह सरकारी स्कीम देशभर में स्थित किसी भी पोस्ट ऑफिस में शुरू की जा सकती है। इस पर ब्याज दर आकर्षक है और आप इमें निवेश के जरिए मौजूदा महंगाई दर को मात दे सकते हैं।
SSY या PPF : पीपीएफ की बजाय सुकन्या में 15 साल करें निवेश, फिर 6 साल भूल जाएं, रिटर्न में होगा लाखों का अंतर
NPS: 30 की उम्र में 50 हजार रुपये है सैलरी, रिटायरमेंट पर भी मिलेगी 50 हजार रुपये पेंशन, साथ ही 50 लाख रुपये इकट्ठा फंड
वन टाइम डिपॉजिट : 10 लाख रुपये
ब्याज दर: 7.7 फीसदी सालाना कंपाउंडेड
टेन्योर: 5 साल
मैच्योरिटी पर अमाउंट: 14,49,034 रुपये
ब्याज का फायदा: 4,49,034 रुपये ()
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में निवेश करने पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है। हालांकि यह छूट 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर ही मिलती है। पहले 4 साल तक एनएससी से मिले ब्याज को फिर से निवेश कर दिया जाता है, इसलिए टैक्स में छूट दी जाती है। हालांकि एनएससी के 5 साल पूरे होने पर उसे फिर से निवेश नहीं कर सकते, इसलिए ब्याज से हुई कमाई पर टैक्स स्लैब रेट के हिसाब से टैक्स लगता है। इंटरेस्ट अमाउंट पर TDS नहीं लगता है।
NSC: 5 साल में कितना फायदा
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