
एनेस्थीशिया के असर में थी, जब बच्चे को मेरे पास से हटा लिया गया. होश में आई तो आसपास कोई नहीं था, सिवाय बीच-बीच में आती नर्सों के. दुधमुंहे बच्चे की जगह हवा में दवाओं की तेज गंध. अस्पताल से लौटी तो महीनों परेशान रही. ताकत के साथ दूध बंद करने की दवा खानी पड़ी. अब भी हर साल उस बच्चे का जन्मदिन मनाती हूं, जिसकी मैं सरोगेट थी, बिना ये जाने कि वो बेटी है या बेटा.
बीते कुछ सालों में सरोगेसी को लेकर काफी सख्त नियम बने ताकि कमर्शियल सरोगेसी रुक सके. इस बीच ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले भी आए, जहां गरीब लड़कियों को जबरन सरोगेट बनाया जा रहा था. एक्ट आने के बाद अब ऐसी खबरें तो नहीं मिलतीं, लेकिन भीतर-भीतर काफी कुछ खदबदा रहा है. पिछली कड़ी में आपने पढ़ा कि कैसे भारी पॉकेट वाला क्लाइंट अपने लिए सरोगेट खोज/छांट सकता है ( यहां पढ़ें). इस किस्त में जानिए, क्या है एक सरोगेट होने के मायने.
सरोगेसी के अंडरग्राउंड मार्केट में खुद को सरोगेट दिखाने के पहले मैंने होमवर्क करना चाहा.