
वेस्टइंडीज को 3-0 से हराने के बाद इंग्लैंड की टीम नियमित कप्तान बेन स्टोक्स के बगैर श्रीलंका के खिलाफ सीरीज खेली, लेकिन ओली पोप की कप्तानी में भी घरेलू सरजमीं पर उसने अपना दबदबा कायम रखा।
इंग्लैंड ने सोमवार (1 सितंबर) को श्रीलंका को दूसरे टेस्ट में 190 से हराकर 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली। लंदन में श्रीलंका 33 साल बाद कोई टेस्ट मैच हारा। 1991 में वह 137 रन से हारा था। इस के बाद 6 में से 1 मैच जीता और 5 मैच ड्रॉ रहे थे। उसे जीत द ओवल में 1998 में मिली थी। ड्रॉ हुए सभी मैच लॉर्ड्स में हुए थे।
292 रन श्रीलंका का इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैचों में चौथी पारी में सर्वोच्च स्कोर है। इससे पहले 1991 में इसी मैदान पर बनाए गए 285 रन सर्वोच्च स्कोर था। इंग्लैंड की टीम दो दशक बाद घरेलू सीजन के पहले पांच टेस्ट मैच जीती। इससे पहले 2004 में ऐसा हुआ था। तब उसने न्यूजीलैंड का 3-0 और वेस्टइंडीज का 4-0 से क्लीन स्वीप किया था।
इंग्लैंड के जीत के हीरो गस एटकिंसन रहे। उन्होंने इंग्लैंड की पहली पारी में शतक जड़ा था। इसके बाद श्रीलंका की दूसरी पारी में उन्होंने 5 विकेट लिए। वह लॉर्ड्स में एक टेस्ट मैच में शतक लगाने और 5 विकेट लेने वाले तीसरे खिलाड़ी बने। उनसे पहले यह करनामा वीनू मांकड़ 1952 और इयान बॉथम ने 1978 में किया था।
गस एटकिंसन ने इस सीजन लॉर्ड्स में 19 विकेट और तीन बार पांच विकेट लिए। यह क्रिकेट के इस ऐतिहासिक मैदान पर एक सत्र में संयुक्त रिकॉर्ड हैं। इयान बॉथम ने 1978 में दो टेस्ट मैचों (क्रमशः पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के विरुद्ध) में इतने ही विकेट और पांच विकेट लिए थे। एटकिंसन ने लॉर्ड्स में 2 मैच में 10.94 की औसत से 19 विकेट लिए हैं।
वेस्टइंडीज को 3-0 से हराने के बाद इंग्लैंड की टीम नियमित कप्तान बेन स्टोक्स के बगैर श्रीलंका के खिलाफ सीरीज खेली, लेकिन ओली पोप की कप्तानी में भी घरेलू सरजमीं पर उसने अपना दबदबा कायम रखा। श्रीलंका ने जो रूट के दोहरे शतक और गस एटकिंसन के सात विकेटों के सामने घुटने टेक दिए। उसपर क्लीन स्वीप का खतरा है।