
अखाड़ा प्रणाली भारतीय धर्म, संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक है। यह धर्म की रक्षा के साथ-साथ समाज को एकजुट करने और मार्गदर्शन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
अखाड़ा शब्द का अर्थ
शुरुआत में सिर्फ चार अखाड़े थे। समय के साथ इनकी संख्या बढ़कर 13 हो गई। वर्तमान में अखाड़ों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है:
शैव संप्रदाय के कुल 7 अखाड़े हैं: