
Infosys refutes 32000 crore GST Notice: आईटी कंपनी इन्फोसिस को 32403 करोड़ रुपये का जीएसटी नोटिस थमाया गया है।
Infosys GST Notice: दिगगज आईटी कंपनी इन्फोसिस के शेयर आज (1 अगस्त) को कारोबार शुरू होते ही करीब 1 प्रतिशत तक गिर गए। शेयरों में गिरावट का कारण कंपनी को मिले GST नोटिस की खबर का बाहर आना रहा। आईटी कंपनी पर 32403 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी का आरोप लगा है। लेकिन इन्फोसिस ने इस तरह के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। आज सुबह 10 बजे Infosys का शेयर NSE पर 1857.56 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। और इसमें करीब 0.60 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है।
बता दें कि Moneycontrol की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई थी कि डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस ने कहा है, ‘मेसर्स इन्फोसिस लिमिटेड, बेंगलुरू को भारत के बाहर मौजूद ब्रांच से मिली सप्लाई के आधार पर रिवर्स चार्ज मैकेनिज्म के तहत टैक्स नोटिस दिया गया है। पेनल्टी की यह रकम कंपनी के करीब एक साल के मुनाफे के बराबर है।’
इन्फोसिस ने स्टक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि DGGI द्वारा क्लेम किए गए खर्चों पर जीएसटी लागू नहीं होता है।
कंपनी ने जीएसटी नोटिस पर सफाई देते हुए कहा कि विदेशा शाखाओं की सेवा GST के अधीन नहीं है। कंपनी ने कहा कि उसने नियमों के तहत सभी GST टैक्स बकाये का पेमेंट किया है। बता दें कि इसी मसले पर जीएसटी इंटेलिजेंस से कंपनी को प्री-शोकॉज नोटिस जारी किया गया है।
आपको बता दें कि इन्फोसिस को मिले जीएसटी नोटिस की रकम कंपनी के एक पूरे साले के नेट प्रॉफिट से भी ज्यादा है। यह लगभग एक तिाही के रेवेन्यू के बराबर है। साल 2025 की पहली तिमाही में इन्फोसिस ने पिछले साल की तुलना में 7.1 प्रतिशत ज्यादा (करीब 6,368 करोड़ रुपये) नेट प्रॉफिट की जानकारी दी थी जबकि रेवेन्यू 3.6 प्रतिशत बढ़कर 39,315 करोड़ रुपये पहुंच गया था। सबसे खास बात है कि कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में रेवेन्यू ग्रोथ को करीब 3-4 फीसदी बढ़ा दिया है जो अनुमान से कहीं ज्यादा है।
इन्फोसिस ने क्या कहा?
इन्फोसिस के शेयर प्राइस जनवरी 2024 से लेकर अभी तक 20 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ चुके हैं।