विशेषज्ञ बताते हैं कि साल भर प्रदूषित रहने वाली यमुना में झाग अमूमन सर्दी बढ़ने के साथ बनता है। लेकिन इस बार बारिश की मौसम में ही यह तस्वीर दिख रही है। इसका सीधा मतलब यह है कि प्रदूषण के भार तले यमुना दबी है।
बारिश के बीच यमुना ने सफेदी की चादर ओढ़ ली है। दूर-दूर फैली झाग की मोटी चादर दिल्ली-एनसीआर के लोगों को हैरान कर रही है। शुक्रवार को ओखला बैराज के बाद नदी का पानी भी दिखना मुश्किल है। अमूमन सर्दियों में बनने वाली झाग ने इस बार पहले ही यमुना को ढंक लिया है।