
सुप्रीम कोर्ट ने जोर देकर कहा था कि सबसे पहले सीबीआई को अपनी स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करनी होगी जिससे पता चले कि जांच कहां तक पहुंची है।
कोलकाता रेप मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज गुरुवार को फिर सुनवाई होने जा रही है। इस सुनवाई में सर्वोच्च अदालत के सामने सीबीआई अपनी स्टेटस रिपोर्ट रखने जा रही है। पिछली सुनवाई के दौरान ही सुप्रीम कोर्ट ने जोर देकर कहा था कि सबसे पहले सीबीआई को अपनी स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करनी होगी जिससे पता चले कि जांच कहां तक पहुंची है।
वैसे पिछली सुनवाई के दौरान तो बंगाल सरकार, पुलिस और कॉलेज प्रशासन को जमकर फटकार पड़ी है। सुप्रीम कोर्ट ने बंगाल पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा था कि एक अस्पताल में 700 उपद्रवी घुस गए और कोई एक्शन नहीं लिया गया। बंगाल सरकार को लेकर बोला गया कि उसने आरजी के मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल की पोस्टिंग दूसरे कॉलेज में कर दी जबकि वो भी इस मामले में एक संदिग्ध था। सर्वोच्च अदालत ने इस बात पर भी जोर दिया कि जिस मामले में FIR तुरंत दर्ज होनी चाहिए थी, वहां पर कई घंटों की देरी देखने को मिली।
अभी के लिए सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल टास्क फोर्स का गठन कर दिया है। इस टीम में कुल 8 लोगों को रखा गया है जो एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेंगे जिसमें डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर कई सुझाव होंगे। उस फोर्स को भी तय समय सीमा के अंदर अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपनी होगी। अब एक तरफ सुप्रीम कोर्ट ने तो अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है, लेकिन डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी है। कई राज्यों में अभी भी अस्पताल की सेवाएं प्रभावित चल रही हैं, मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
वैसे इस केस में जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है, उसने सभी को हैरान कर दिया है। बड़ी बात यह है कि रेप की पुष्टि अब रिपोर्ट में भी हो चुकी है, इसके ऊपर पता चला है कि आरोपी ने दो बार लड़की का गला घोंटा था। जानकारी तो यह भी मिली है कि आरोपी पहले से ही मानसिक रूप से विकृत रहा है। उसकी चार पत्नियां रह चुकी हैं, तीन छोड़कर चली गईं तो चौथी की कैंसर से मौत हो गई। इस आरोपी को लेकर बताया गया है कि यह पोर्न देखने का आदि है, उसका फोन अश्लील वीडियो से भरा रहता है। घटना वाले दिन भी आरोपी ने पहले पोर्न देखी, शराब पी और फिर महिला डॉक्टर के साथ हैवानियत की।