
अडानी ग्रुप ने कहा कि हिंडनबर्ग की ओर से लगाए गए पहले के सभी आरोपों की जांच की जा चुकी है और सभी निराधार साबित हुए हैं।
अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने अब सेबी (SEBI) चेयपरपर्सन माधबी पूरी बुच और उनके पति धवल बुच पर बड़ा आरोप लगाया है। हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया कि अडानी मनी साइफन घोटाले में इस्तेमाल किए गए अस्पष्ट ऑफशोर फंड्स में सेबी चीफ और उनके पति की हिस्सेदारी थी। इस बीच पूरे मुद्दे पर अडानी ग्रुप का भी बयान आया है। अडानी ग्रुप ने अपने बयान में हिंडनबर्ग के दावों को खारिज किया है और आरोपों को तथ्य से परे बताया है। अडानी ग्रुप ने कहा कि रिपोर्ट में लगाए गए सभी आरोप दुर्भावना पूर्ण और तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किए गए हैं।
अडानी ग्रुप ने कहा कि यह सिर्फ हमें बदनाम करने वाले दावों की रीसाइकलिंग है। अडानी ग्रुप ने कहा कि हिंडनबर्ग की ओर से लगाए गए पहले के सभी आरोपों की जांच की जा चुकी है और सभी निराधार साबित हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी उसे खारिज कर दिया है।
‘चरित्र हनन का हो रहा प्रयास, हमारा जीवन…’, हिंडनबर्ग रिपोर्ट के दावे को SEBI चीफ ने बताया बेबुनियाद
वहीं के आरोपों पर सेबी चीफ और उनके पति ने बयान में कहा, “10 अगस्त, 2024 की हिंडनबर्ग रिपोर्ट में हमारे खिलाफ लगाए गए आरोपों के संदर्भ में हम यह बताना चाहते हैं कि हम लगाए गए निराधार आरोपों का दृढ़ता से खंडन करते हैं। इनमें कोई सच्चाई नहीं है। हमारा जीवन और वित्तीय स्थिति एक खुली किताब है। सभी खुलासे पिछले कुछ वर्षों में सेबी को पहले ही किए जा चुके हैं। हमें किसी भी और सभी वित्तीय दस्तावेजों का खुलासा करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है, जिसमें वे दस्तावेज भी शामिल हैं जो उस अवधि से संबंधित हैं जब हम पूरी तरह से निजी नागरिक थे। इसके अलावा पूर्ण पारदर्शिता के हित में हम उचित समय पर एक विस्तृत बयान जारी करेंगे।”
सेबी चीफ और उनके पति ने कहा कि हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ सेबी ने प्रवर्तन कार्रवाई की है और कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हिंडनबर्ग ने उसी के जवाब में चरित्र हनन का प्रयास करने का विकल्प चुना है।
सेबी चीफ ने जारी किया बयान